Budget 2021: इन राज्यों में लोगों को लुभाकर सियासी समीकरण साधने की कवायद
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2021 में पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कई तरह की घोषणाएं की हैं. प. बंगाम में चुनाव जीतने की कोशिश, तो असम में सत्ता बचाने का प्रयास और तमिलनाडु में एआईएडीएमके के सहारे दक्षिण भारत में कमल खिलाने पर जोर को लेकर बजट में खास फोकस दिखाई दिया. उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव का भी रखा है। इसके जरिए लोगों को लुभाकर अपना सियासी समीकरण साधने की कवायद की गयी है.
अगले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 27.1 लाख करोड़ राशि का बजट में प्रावधान किया है. कोरोना महामारी के मद्देनजर हेल्थ सेक्टर को केंद्र सरकार ने और ज्यादा दुरूस्त व मजबूत बनाने के लिये चरणबद्ध तरीके से हर राज्य में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स स्थापित करने की घोषणा की है. केंद्र सरकार का दूसरे चरण में चुनावी राज्यों पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में एम्स स्थापित करने पर ज्यादा फोकस है.बजट भाषण में वित्त मंत्री ने घोषणा की है कि दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में भी एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना की जाएगी. इन दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. बंगाल में इस साल और उत्तर प्रदेश में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विधानसभा चुनाव वाले जिन चार राज्यों के लिए रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए बड़ा फंड देने का एलान किया है. उनमें तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम और केरल शामिल हैं और इन राज्यों में बड़े हाइवे प्रोजेक्ट का ऐलान किया गया है. इन राज्यों में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं.इन राज्यों में सबसे ज्यादा तमिलनाडु के लिए 1.03 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का एलान किया गया है. वहीं, केरल को 1,500 किलोमीटर की सड़कों के निर्माण के लिए 65,000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गयी है. जबकि, पश्चिम बंगाल में 95,000 करोड़ रुपये की लागत से 675 किलोमीटर सड़क बनाने की घोषणा की गयी है. साथ ही असम में 1,300 किलोमीटर की सड़कें बनेंगी. ये हाइवे परियोजनाएं अगले तीन वर्षों में पूरा किये जाने का लक्ष्य हैं।