भारत मे रेमडेसिविर इंजेक्शन के निर्यात पर रोक !
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मुंबई : भारत में कोविड के मामले तेजी से बढ़ रहे है. देश में 11 अप्रैल तक उपचाराधीन मरीजों की संख्या 11 लाख है और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है. इससे कोविड मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग तेजी से बढ़ रही है मांग बढ़ने के साथ साथ कालाबाजारी भी हो रही है जिसके चलते केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्रालय ने फिलहाल रेमडेसिविर (Remdesivir Injection) पर पूरी तरह रोक लगा दी है
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा दवा की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए रेमडेसिविर के सभी घरेलू निर्माताओं को अपने विक्रेताओं और वितरकों की जानकारी अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित करने की सलाह दी गई है.
केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय ने कहा कि सात भारतीय कंपनियां मेसर्स गिलीड साइंसेज, अमेरिका, के साथ स्वैच्छिक लाइसेंसिंग समझौते के तहत इंजेक्शन का उत्पादन कर रही हैं. उनके पास प्रति माह लगभग 38.80 लाख इकाइयों को बनाने की क्षमता है. उसने कहा, ''भारत सरकार ने स्थिति में सुधार होने तक रेमडेसिविर और इसकी सक्रिय दवा सामग्री (एपीआई) के निर्यात पर स्थिति में सुधार होने तक रोक लगा दी गई है. .