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आखिर कब तक होते रहेंगे लोग पुलिस पिटाई का शिकार, पुणे में दो मामले आने से पुणेकरों में रोष, कार्रवाई की मांग

उठनी चाहिए ऐसी हवालात पर सवालात नहीं तो इंसाफ़ खो देगा अपना इक़बाल - पुणे हिरासत में मौतों के मामले में बहुत कम, लेकिन पिटाई के सबसे ज्यादा - पुणे मानवाधिकार हनन में अव्वल, लेकिन शिकायत होने पर विचाराधीन - पुणे महिला उत्पीड़न, अपराध में सबसे आगे, डिटेक्शन में सबसे पीछे

आखिर कब तक होते रहेंगे लोग पुलिस पिटाई का शिकार, पुणे में दो मामले आने से पुणेकरों में रोष, कार्रवाई की मांग
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पुणे: पुणे शहर में फिलहाल पुणे पुलिस वालों की गुंडागर्दी के दो मामलों ने पूरे जिले ही नहीं मराष्ट्र भर भर में सरगर्मी बढ़ा दी है। सोशल मीडिया पर पुलिस वालों के गाली गलौज और मारपीट का मामला पुलिस महकमे भी चर्चा का विषय बना हुआ हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने इस तरह के वायरल होते वीडियो सामने आने पर इन पर क्या कार्रवाई की जाए इसके लिए विचार किया जा रहा है। वहीं ह्यूमन राइट्स ने भी इस तरह के मामले सामने आने पर मामला गंभीर होने की बात कही है। पुणे पुलिस आयुक्त इस तरह के वीडियो पुलिस बर्बरता के शिकार हुए लोगों को क्या न्याय देने के लिए इन पुलिस वालों पर कार्रवाई करेंगे इस पर पुणेकरों की नजरे लगी हुई है।



पुलिस पुलिस के समाज सेवा शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेश पुराणिक से जुड़ा हुआ है। इंस्पेक्टर राजेश पुराणिक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह एक नागरिक के साथ बेरहमी से मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में एक कमरे में कई लोग बैठे हुए नजर आ रहे हैं। जबकि पुलिस इंस्पेक्टर राजेश पुराणिक एक युवक को गाली- गलौज करते हुए बुरी तरह से पीट रहे हैं। उनके मारपीट के दौरान मौजूद अन्य आरोपी हाथ जोडकर खडे हो जाते है। लेकिन एक व्यक्ति जो किसी मामले में पूछताछ के लिए लाया गया था उसके साथ गालियों के साथ इंस्पेक्टर साहेब बर्बरतापूर्वक पिटाई करते नजर आ रहे है वीडियो में काफी गाली गलौज है इसलिए हम वो नहीं दिखा सकते। इंस्पेक्टर राजेश पुराणिक का विवादों से पुराना नाता है पुलिस स्टेशन में आरोपियों के साथ उनका मारपीट का यह कोई नया मामला नहीं है, इससे पहले भी मारपीट के आरोप लग चुके है।






हाल में ही एक विवाद से जुड़ा मामला इंस्पेक्टर राजेश पुराणिक का सामने आया था जिसको अब तक पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने विचाराधीन रखा है। बताया जाता है कि पुणे के एक महीने पहले होटल में खाना खाने आई महिला और उसकी बेटी के साथ मारपीट और गाली गलौज की गई थी। लेकिन महिला ने अमिताभ गुप्ता के पास जाकर इसकी शिकायत की थी, मामले में कार्रवाई की बात कही गई थी मामला विचाराधीन था फिर इंस्पेक्टर साहेब की यह हरकत सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।



पुलिस हिरासत में टार्डर और कानून हाथ में लेने के लिए कौन कहा इंस्पेक्टर साहब इस तरह का भी ट्रेड सोशल मीडिया पर चलने लगा है। पुणेकर ने पुलिस की गुंडागर्दी को लेकर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा है कि आखिर किसी पुलिस अधिकारी को किसने यह अधिकार दिया कि वह घर में घुसकर किसी नागरिक के साथ में इस कदर मारपीट और गाली गलौज करे। नागरिकों की माने तो बार-बार शिकायत के बाद भी वरिष्ठ अधिकारी पुराणिक पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इसके पहले पुराणिक ने एक इंटीरियर डेकोरेटर को पीटा था और फिर उसकी कनपटी पर बंदूक लगा दी थी। बीते साल ही पुराणिक का तबादला ट्रैफिक विभाग से स्पेशल ब्रांच में की गई थी। उनके खिलाफ समर्थ पुलिस स्टेशन में मुकदमा भी दर्ज हुआ था।






वहीं दूसरा मामला भी पुणे शहर से जुड़ा हुआ है। जहां बुधवार शाम एक महिला पुलिस अधिकारी ने हमाली का काम करने वाले एक व्यक्ति के साथ मारपीट की है। महिला पुलिस अधिकारी ने मारपीट सिर्फ इसलिए की क्योंकि हमाल ने टेंपो को सड़क पर पार्क कर दिया था। यह घटना पुणे के लोनी कालभोर इलाके के उरली कांचन की है। भारती होले नाम की महिला पुलिस अधिकारी ने 35 वर्षीय किशोर गरुड के साथ मारपीट की थी। दरअसल शिंदे वरण गांव के पास एक किराना की दुकान पर किशोर माल उतार रहे थे। जिसपर नाराज महिला पुलिस ने मारपीट शुरू कर दी। हमाल माफी मांगता रहा और मैडम मरोडती रही और तमाचा मरती रही। मामले की जानकारी होने पर एपीआई किशोर धायगुडे ने पीड़ित से मुलाकात की और महिला पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है।





Updated : 12 Aug 2022 7:31 AM GMT
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