अभिनेता अक्षत उत्कर्ष ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसे मार दिया गया
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मुंबई। एक्टर अक्षत उत्कर्ष की मौत के मामले में गुरुवार को एक बड़ा ट्विस्ट आ गया। अंबोली पुलिस स्टेशन में इस केस को लेकर 302 (हत्या) का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी का सेक्शन 34 भी लगाया है, जो यह साबित करता है कि अक्षत की हत्या में कई लोग शामिल थे। इससे पहले 27 सिंतबर को पुलिस ने इस मामले में एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की थी। मूल रूप से मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर के रहने वाले अक्षत की मौत के बाद से ही उनके परिजन इसे हत्या का मामला बता रहे थे। अक्षत, स्नेहा चौहान नाम की लड़की के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में था। स्नेहा भी एक एक्ट्रेस हैं। परिवार ने आरोप लगाया था कि वे उसे फोन करते रहे लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया।
अक्षत के पिता विजयंत सिंह ने आरोप लगाया था कि उनके बेटे ने आत्महत्या नहीं की। उन्हें और परिवार के अन्य सदस्यों को संदेह है कि यह एक सुनियोजित हत्या का मामला है। अक्षत के मामा रंजू सिंह ने कहा था कि पूरा मामला संदेहास्पद है। अक्षत ने 27 सिंतबर की रात पौने नौ बजे पिता विजयंत किशोर से बात की थी। उसी रात साढ़े 10 से 11 बजे के बीच उनकी मौत की सूचना मिली। अक्षत के साथ रह रही उनकी महिला मित्र स्नेहा चौहान ने परिजनों को फोन कर घटना की सूचना दी थी। स्नेहा ने अक्षत के फुफेरे भाई को फोन कर कहा था कि अक्षत ने फांसी लगा ली है। सूचना मिलने के बाद अक्षत के परिजन 28 सिंतबर को मुंबई गए। अक्षत को गंभीर हालत में मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया था। जहां से गंभीर हालत देख उन्हें कूपर हॉस्पिटल भेज दिया गया। कूपर हॉस्पिटल में अक्षत की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि 6 फीट हाइट वाला अक्षय मोटे तौलिए से फंदा लगाकर कैसे मर सकता है? अक्षत दो साल से मुंबई के अंधेरी वेस्ट में रह रहे थे। उन्होंने एमबीए किया था। मुंबई में प्राइवेट कंपनी में जॉब करने के साथ ही एक्टिंग भी कर रहे थे। आने वाले फिल्म 'लिट्टी चोखा' में उन्होंने रोल किया था।