आदित्य ठाकरे को नहीं जानती रिया चक्रवर्ती और क्या कहा,अभिनेत्री के वकील ने
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मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत मामले में उनकी महिला मित्र एवं मॉडल अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के वकील ने कहा है कि रिया शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे को नहीं जानती और न ही उनसे कभी मिली हैं। रिया के वकील ने मंगलवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि रिया आदित्य ठाकरे को नहीं जानतीं और न ही आज तक वह उनसे मिली हैं।
उन्होंने आदित्य से फोन पर कभी बात भी नहीं की है। लेकिन रिया डिनो मोरिया को जानती हैं क्योंकि वह फिल्म इंडस्ट्री में उनके सीनियर हैं। रिया के वकील ने कहा कि इस मामले में मुंबई पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय जांच कर चुकी हैं। दोनों ही जांच एजेंसियों के पास इस मामले से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक, फॉरेंसिक और मेडिकल जानकारी होने के अलावा बैंक, आयकर से जुड़े दस्तावेजों के अलावा सीसीटीवी फुटेज और तमाम जानकारियां हैं, लेकिन अब तक जांच में रिया के खिलाफ कुछ भी सामने नहीं आया है।
पुलिस की जांच रिपोर्ट उच्चतम न्यायालय के पास बंद लिफाफे में मौजूद है। यदि इस मामले की जांच कोई तीसरी एजेंसी भी करती है तो रिया पूरी तरह से उसका सामना करने के लिए तैयार है।रिया और सुशांत काफी लंबे समय से एक-दूसरे को जानते थे और दिसंबर 2019 में दोनों ने बांद्रा के माउंट ब्लैंक अपार्टमेंट में साथ रहना शुरू कर दिया था। रिया के वकील ने कहा कि अप्रैल 2019 में ही रिया और सुशांत की बहन प्रियंका एक पार्टी में साथ गए थे। सुशांत की बहन ने उस पार्टी में काफी शराब पी ली थी और सभी के साथ दुर्व्यवहार कर रही थी।
रिया, प्रियंका को लेकर सुशांत के घर आ गईं। जब रिया सुशांत के कमरे में सो रही थी तो प्रियंका ने रिया के साथ दुराचार करने की कोशिश की। इसके बाद रिया वहां से चली गई।रिया ने जब यह सुशांत को बताया तो इसको लेकर सुशांत और प्रियंका में काफी बहस हुई। इस घटना के कारण ही सुशांत के परिवार और रिया के बीच संबंध खराब हो गए थे। सुशांत लगातार अपने परिवार के सदस्यों से मिलने और मुंबई से शिफ्ट करने की बात कर रहा था, लेकिन परिवार के किसी सदस्य ने उसकी बात नहीं सुनी।
सुशांत के कई दिनों तक फोन करने के बाद उनकी बहन मीतू आठ जून 2020 को उनके साथ रहने उनके घर आ गईं। सुशांत ने तब रिया को अपने माता-पिता के साथ रहने के लिए कहा। रिया 8 जून को ही सुशांत का घर छोड़कर चली गई थी। रिया के वकील ने कहा कि इस मामले में बिहार पुलिस का जांच करने का कोई अधिकार नहीं है। बिहार पुलिस को जीरो प्राथमिकी दर्ज कर यह मामला मुंबई पुलिस को सौंप देना चाहिए था।