फिर आया एक और वीडियो, आधा किलोमीटर ट्रैफिक ने पुलिस को बोनट पर बिठा कर कार चलाता रहा कार चालक
पुलिस सहयोग की अपेक्षा करें सहयोग पुलिस का मिलेगा, लेकिन आज के अत्याधुनिक दौर में बिना ट्रैफिक पुलिस के भी चालान आपके घर तक आ रहा है न लोग भर रहे जुर्माना हर जगह है तीसरी आंख कितना बचेंगे आप। पुलिस के रोके जाने पर सलीके से पेश आए पुलिस का भी सहयोग मिलेगा यह मेरा अपना 25 साल का अनुभव है गलती हो गई स्वीकार करों बहस नहीं बस इतना ही, मैक्स महाराष्ट्र के वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण मिश्रा की यह स्टोरी
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नवी मुंबई: खारघर में एक ड्राइवर ने पहले तो ट्रैफिक नियम तोड़े, फिर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। लेकिन पुलिसकर्मी ने उसका पीछा कर उसे पकड़ने में कामयाबी हासिल की। कार के सामने आते ही पुलिस अधिकारी ने उन्हें धक्का दे दिया। करीब आधा किलोमीटर तक वह उसी वाहन बोनट दौड़ता रहा और पुलिसकर्मी बोनट पर लटका रहा। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। देश भर इस तरह के कई मामले सामने आए है लेकिन इस तरह की घटनाएं महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा है।
19 जून 2022 में इससे पहले एक वीडियो राजस्थान के जोधपुर का वायरल हुआ था जिसमें एक शख्स सफेद रंग की कार चला रहा है उसके बोनट के ऊपर एक ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल लटका हुआ नजर आ रहा है।. कार का मालिक ट्रैफिक कांस्टेबल को जबरदस्ती 600 मीटर तक घसीटता रहा। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ पुलिस ने कार चालक के ऊपर गैरकानूनी ठंग के ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन का मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी की गई।
01 अक्टूबर 2021 मुंबई के अंधेरी आजाद नगर मेट्रो स्टेशन के नीचे भी इसी तरह एक कार चालक की दबंगई सामने आई थी। जेपी रोड पर ट्रैफिक पुलिस के हवलदार ने चेकिंग के लिए एक कार को रुकने का इशारा किया तो वह भागने लगा। कार का पीछा कर हवलदार कार की बोनट पर बैठ गया. लेकिन कई बार कहने के बावजूद कार चालक बाहर नहीं निकला. इस बीच वहां भीड़ जमा होने लगी तो बोनट पर बैठे हुए ट्रैफिक हवलदार के साथ ही चालक ने तेजी से कार को आगे लेकर भागा और बोनट से पुलिसकर्मी को गिराकर फरार हो गया लेकिन पुलिस ने उस पर कार्रवाई करके गिरफ्तार किया। इसके बाद मुंबई वाकोला में ट्रैफिक नियमों तोडने वाले एक कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया जो टोइंग वैन के कर्मी को कार टोइंग करते समय बोनट पर 600 मीटर तक घसीटता रहा।
5 नवंबर 2020 में महाराष्ट्र के पुणे में एक कार चालक ने एक ट्रैफिक पुलिस कॉन्स्टेबल को कार की बोनट पर टांग कर करीब 800 मीटर तक घसीटा का वीडियो सबसे ज्यादा वायरल हुआ था। आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर उस पर कार्रवाई की गई और साहसी पुलिसकर्मियों को पुलिस कमिश्नर कृण्णा प्रकाश द्वारा सम्मानित किया गया। कार चालक पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने और ऑन ड्यूटी एक कर्मचारी की जान संकट में डालने और हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया गया था।
मुंबई सहित महाराष्ट्र में इस तरह के मामले ज्यादा देखने को मिले है नागपुर में भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी की इसी तरह कार के बोनट पर घसीटने का प्रयास किया गया था। राजस्थान, नोएडा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, सहित कई राज्यों में इस तरह की घटनाएं सामने आई है। लेकिन छोटे से जुर्माने के के कारण लोग ऐसी गलती कर बैठते है खुद तो गुनाह करते लेकिन दूसरे की जान की परवाह के बिना यह एक गंभीर अपराध है।
23 अप्रैल 2016 को, मुंबई पुलिस के सिपाही विलास शिंदे खार रोड पर एक पेट्रोल पंप के पास ड्यूटी कर रहे थे, जब उन्होंने एक नाबालिग को बिना हेलमेट के बाइक चलाने के लिए रोका। विलास शिंदे ने नाबालिग से अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने के लिए कहा और उसे मोटरसाइकिल की चाबी लेकर अपने परिवार के सदस्य को बुलाने का निर्देश दिया। नाबालिग ने कथित तौर पर अपने बड़े भाई अहमद अली कुरैशी (उम्र 20) को फोन किया। बड़ा भाई डंडा लेकर आया और कांस्टेबल शिंदे के सिर पर वार कर दिया। उसने उसके सीने पर लात भी मारी, जेब से चाबियां निकाली और भाई को लेकर फरार हो गया।
कांस्टेबल शिंदे को सिर की चोटों के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, हालांकि, दुर्भाग्य से 31 अगस्त, 2016 को उनकी मृत्यु हो गई। घटना के बाद खार पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 353, 129, 131 (1), 181, 177 के तहत मामला दर्ज किया गया है. आठ दिन बाद कांस्टेबल शिंदे की मौत के बाद आरोपी और उसके भाई के खिलाफ हत्या के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिसमें बड़े भाई को आजीवन कारावास की सजा हुई जो नाबालिग था वो बालिग हो गया उसे क्या सजा दी जाए यह मामला हाईकोर्ट में पेंडिंग है। पुलिस इंस्पेक्टर राजेंद्र काणे ने इस पूरे मामले की जांच की और इस मामले के सामने लाया और आरोपियों को सजा दिलाने का प्रयास किया।