शिंदे सरकार के मंत्रिमंडल में महिलाओं का उचित प्रतिनिधित्व नहीं है; यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और राज्य की नारी शक्ति के साथ अन्याय है - सांसद सुप्रिया सुले
शिंदे सरकार के मंत्रिमंडल में महिलाओं का उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने के बाद शिवसेना एनसीपी ने निंदा। कहा यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और राज्य की नारी शक्ति को बढ़ावा देने की बात करने वाली भाजपा की असली सच्चाई यह है!
मुंबई: शिंदे सरकार के मंत्रिमंडल में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व मिलने की उम्मीद थी लेकिन एक भी महिला को मौका नहीं मिला। राकांपा नेता सांसद सुप्रिया सुले ने ट्वीट कर कहा कि यह बेहद खेदजनक और राज्य की नारी शक्ति के साथ अन्याय है> शिंदे सरकार के 18 सदस्यों के 39 दिन बाद आज शपथ लेने के बाद सांसद सुप्रिया सुले ने भाजपा को प्रधानमंत्री का बयान याद दिलाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद कहते हैं कि देश की प्रगति के लिए महिला सशक्तिकरण जरूरी है। उसके लिए उनका कहना है कि उन्हें न केवल 'गृह निर्माता' होना चाहिए बल्कि उन्हें 'राष्ट्र निर्माता' होना चाहिए> लेकिन सांसद सुप्रिया ताई सुले ने आज राज्य में 18 मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में महिलाओं का प्रतिनिधित्व नहीं होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है।
राज्याच्या स्त्री-शक्तीवर हा अन्याय आहे. @mieknathshinde @Dev_Fadnavis
— Supriya Sule (@supriya_sule) August 9, 2022
शिवसेना ने भी सरकार को घेरा है, महाराष्ट्र में जनता के विरोध और गुस्से के बाद आज मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। कुल 18 नए मंत्री बने, लेकिन हैरानी की बात यह है कि हमारी किसी भी माता बहन को सरकार में स्थान नहीं मिला। इस बात को लेकर शिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे ने भी सरकार पर तंज कसा है। एक भी महिला मंत्री नहीं है, सरकार का कहना है कि सबका साथ, सबका विकास है लेकिन हमारी आधी आबादी के साथ सौतेला व्यवहार क्यों, यह सब आपके सामने है।
आनंद दुबे, शिवसेना प्रवक्ता, क्या कह रहे है आप भी सुनें.....