अटल बिहारी वाजपेयी भारत के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक थे। वे एक कुशल राजनेता, उत्कृष्ट वक्ता और कवि थे। उनके जीवन से जुड़े कई रोचक तथ्य हैं जो उन्हें अद्वितीय बनाते हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी के रोचक तथ्य:
पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री:
अटल बिहारी वाजपेयी भारत के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 1998 से 2004 तक पूर्ण कार्यकाल पूरा किया।
तीन बार प्रधानमंत्री:
वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने:
पहली बार 1996 में (13 दिन के लिए)।
दूसरी बार 1998 में (13 महीने के लिए)।
तीसरी बार 1999 से 2004 तक।
कवि और लेखक:
अटल जी एक प्रसिद्ध कवि थे। उनकी कविताएं "मेरी इक्यावन कविताएं" नामक पुस्तक में प्रकाशित हुई हैं। उनकी कविताएं राष्ट्रभक्ति और मानवीय भावनाओं से ओतप्रोत हैं।
UNO में हिंदी में भाषण:
वे संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNO) में हिंदी में भाषण देने वाले पहले भारतीय नेता थे। उनका यह भाषण 1977 में हुआ था, जिसने भारत की संस्कृति और भाषा को विश्व मंच पर पहचान दिलाई।
पद्म विभूषण और भारत रत्न पुरस्कार:
उन्हें 1992 में पद्म विभूषण और 2015 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
खुद को 'अविवाहित' घोषित किया:
अटल जी ने कभी शादी नहीं की और पूरे जीवन अविवाहित रहे। उन्होंने अपने मित्र के परिवार को अपना माना और उनके बच्चों को अपना परिवार कहा।
कारगिल युद्ध में नेतृत्व:
1999 के कारगिल युद्ध के दौरान अटल जी ने भारतीय सेना का साहस बढ़ाया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति मजबूत की। उनकी कूटनीति ने पाकिस्तान को अलग-थलग कर दिया।
परमाणु परीक्षण का साहसिक निर्णय:
1998 में, उन्होंने राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण का साहसिक निर्णय लिया, जिससे भारत दुनिया की परमाणु शक्तियों में शामिल हो गया।
मृदुभाषी लेकिन दृढ़ नेता:
वे अपने विनम्र और मृदुभाषी स्वभाव के लिए जाने जाते थे। विपक्षी नेता भी उनके भाषणों और विचारों का सम्मान करते थे।
स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे:
अटल जी को घुटने की समस्या के कारण जीवन के अंतिम वर्षों में व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ा।
साधारण जीवन और उच्च विचार:
उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में भी एक साधारण जीवन जिया। वे राजनीति को सेवा का माध्यम मानते थे, न कि सत्ता का।
'गठबंधन सरकार' के सफल नेता:
वाजपेयी जी ने भारत की पहली गठबंधन सरकार (NDA) को कुशलता से चलाया, जिसमें कई दल शामिल थे।
उनके बारे में एक मशहूर उद्धरण:
"छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।"
अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन भारतीय राजनीति और समाज के लिए प्रेरणा है। उनका व्यक्तित्व और योगदान आज भी भारतीयों के दिलों में जिंदा है।