भारत में डिजिटल धोखाधड़ी का एक नया मामला सामने आया है, जिसमें इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) के ग्राहकों को फर्जी संदेश भेजकर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। इन संदेशों में दावा किया जाता है कि यदि ग्राहक 24 घंटे के अंदर अपने पैन कार्ड की जानकारी अपडेट नहीं करते हैं, तो उनका बैंक खाता बंद कर दिया जाएगा।
धोखाधड़ी कैसे होती है?
इन संदेशों में एक संदिग्ध लिंक दिया जाता है, जो उपयोगकर्ताओं को फर्जी वेबसाइट पर ले जाता है। वहां, साइबर अपराधी फिशिंग तकनीक का उपयोग करके लोगों से उनके बैंक खातों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी प्राप्त करते हैं।
कैसे बचें इस तरह की धोखाधड़ी से?
असत्यापित लिंक पर क्लिक न करें: यदि आपको किसी भी बैंक या संस्था से ऐसा संदेश प्राप्त होता है, तो लिंक पर क्लिक करने से बचें।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: किसी भी जानकारी को अपडेट करने के लिए केवल बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप का उपयोग करें।
बैंक से सीधे संपर्क करें: संदिग्ध संदेश मिलने पर अपने बैंक की ग्राहक सेवा से संपर्क करें।
ओटीपी या व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: बैंक कभी भी फोन कॉल, ईमेल या एसएमएस के जरिए आपके गोपनीय विवरण नहीं मांगता।
यदि आप धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं तो क्या करें?
साइबर क्राइम पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।
अपने बैंक को तुरंत सूचित करें ताकि आपके खाते को सुरक्षित किया जा सके।
स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
डिजिटल लेन-देन के बढ़ते उपयोग के साथ साइबर अपराधी भी नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इसलिए, सतर्कता और सावधानी ही इस तरह की धोखाधड़ी से बचने का सबसे बड़ा हथियार है।