बुलढाणा गोद में लेकर ट्यूब के जरिए बरसात के जमा पानी (भवसागर) को पार करके मां ने बचाई नन्हें बच्चे की जान
आज हम गौरव के साथ कह रहे है कि हम देश की आजादी 75 साल गिरह पानी अमृत महोत्सव मनाने जा रहे है। लेकिन की आर्थिक राजधानी मुंबई के वाले महाराष्ट्र राज्य में आज कुछ जिलों की हालत कुछ बदल दी है इस बरसात ने
बुलढाणा: जिले में पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश के कारण कई नदियों में बाढ़ आ गई है। जिसमें मलकापुर तालुका के कालेगाव का संपर्क टूट गया है। मलकापुर से कई तालुकों के गांव चारों तरफ से विश्वगंगा नदी भरा हुआ है, और तालुका तक पहुँचने का एक ही रास्ता है, वह है हरसोड़ा से मलकापुर तक। लेकिन तेज बारिश के चलते बीच में बना पुल से पानी बह रहा है। जिससे ग्रामीण कहीं नहीं आ जा सकते। लोग यहां पर काफी बीमार है लेकिन क्या करें देखे हालात दिल को दहलाने वाली यह तस्वीर कैसे बीमार अपने छोटे बच्चे को गाडी के ट्यूब के जरिए जलजमाव करीब 6 फुट पानी में पानी में इलाज के लिए अस्पताल कैसे लेकर जा रही है? कालेगाव के काले परिवार के सामने परिवार के सामने बीमार बच्चे का दर्द देखा नहीं गया तो मां ने कमर कसी और पांच-छह फीट गहरे पानी में अपने सीने से लगाकर ट्यूब की मदद से जलजमाव के भवसागर को पार कर इलाज के लिए मलकापुर ले आई और अपने कठिन मेहनत से अपने नन्हें बच्चे की जान बचाई। बहादुर मां के इस सफर को कुछ गांव वालों ने वीडियो मोबाइल में फिल्माया था और अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बुलडाना-पूर्णे पुल गिरा; जलगांव जामोद-नांदुरा मार्ग यातायात के लिए खुला
जलगांव जामोद-नांदुरा तालुका को जोड़ने वाला एएनसी-पूर्णा नदी पुल बाढ़ के कारण पानी के नीचे था। इस कारण पुल पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया था। पुल पर लगातार दो दिनों तक पानी बहने के कारण यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग लेना पड़ा। कल पूर्णा नदी की बाढ़ कम होने लगी थी, इसलिए पूर्णा नदी की बाढ़ पूरी तरह से कम हो गई है और पुल पर यातायात शुरू हो गया है, इसलिए दो दिनों से बंद जलगांव जामोद-नांदुरा मार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया है। लेकिन कई गांवों का संपर्क अभी टूटा हुआ है जलजमाव की स्थिति बनी हुई है।