पटना। बिहार में सरकार तो बन गई है, पर भाजपा सबसे ज्यादा असहज स्थिति में है। उपमुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर यहां बवाल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। सवाल यह उठता है कि सीएम नीतीश कुमार पिछड़ा वर्ग से हैं तो भाजपा मंगल पांडेय जैसे अगड़ी जाति से आने वाले किसी नेता को उपमुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया?
अन्य राज्यों की तरह बिहार में भाजपा के इस प्रयोग को पार्टी के नेता सीधे तौर पर नकार तो नहीं रहे, लेकिन अंदर ही अंदर जबरदस्त बवाल है। यही कारण है कि राजभवन तक मंत्रियों का नाम पहुंचने में भाजपा को देर लगी। भाजपा में सीनियर-जूनियर के साथ जातिगत गणित की लड़ाई शुरू हो गई और रविवार को यह चरम पर नजर आई। प्रदेश भाजपा के बड़े नेताओं के अंदर चल रहे गतिरोध को लेकर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव असहज नजर आए।