कानपुर/मुंबई। दिल्ली के बाद मुंबई में 2300 करोड़ के जीएसटी फर्जीवाड़े में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें पाई गईं कई बोगस कंपनियों के कनेक्शन कानपुर से मिले हैं। जीएसटी काउंसिल के निर्देश के बाद बोगस कंपनियों पर लगातार प्रहार किया जा रहा है। सितंबर में सेबी ने भी कानपुर की 100 फर्जी कंपनियों के जरिए अऱबों की हेराफेरी पकड़ी थी। मुंबई में छापे के दौरान पाई गईं एरमान ट्रेडिंग कंपनी, मार्शल मल्टीवेंटर्स, आइकिया इंफ्रा सहित 12 फर्मों से सप्लाई कानपुर की दिखाई गई है। इन फर्मों के जरिए 1100 करोड़ रुपए का जीएसटी फर्जीवाड़ा किया गया है। छापों के दौरान खुलासा हुआ कि सप्लाई के बिना ही आईटीसी वसूल लिया गया।
कानपुर के पते पर दर्ज 14 कंपनियों से सर्कुलर ट्रेडिंग की गई। इनके जरिए आपस में फर्जी ट्रेडिंग दिखाई गई। किसी से खरीद तो किसी को सप्लायर बताया गया। इस तरह से कागजों पर कारोबार कई गुना बढ़ा लिया गया और इस आधार पर बैंकों से बड़ा लोन लिया गया। इस खेल को सर्कुलर ट्रेडिंग कहा जाता है। एसजीएसटी के एडीश्नल कमिश्नर एसआईबी केपी वर्मा ने कहा कि काउंसिल के निर्देश पर देशभर में फर्जी कंपनियों के खिलाफ अभियान चल रहा है। मुंबई में फर्जी कंपनियों के खिलाफ एक्शन सीजीएसटी की जांच विंग ने किया है।