नई दिल्ली। Facebook ने अपने प्लेटफार्म पर मौजूद नफरत भरे संदेशों के बारे में जानकारी उजागर की है। कंपनी ने बताया कि दुनिया में उसके प्लेटफार्म पर तीसरी तिमाही के दौरान पोस्ट की गई सामग्री का विश्लेषण किया गया। इसमें हर दस हजार सामग्री में से 10 से 11 संदेश नफरत भरे पाए गए। भारत फेसबुक का बड़ा बाजार है, जहां हाल में नफरत भरे संदेशों से निपटने में इसके तौर-तरीकों को लेकर काफी विवाद खड़ा हुआ था।
फेसबुक ने जुलाई-सितंबर तक की तीसरी तिमाही की अपनी रिपोर्ट में कहा कि वह दुनियाभर में अपने प्लेटफार्म पर मौजूद नफरत भरे संदेशों के बारे में पहली बार जानकारी साझा कर रहा है। '2020 की तीसरी तिमाही में हर दस हजार सामग्री के विश्लेषण में 0.10 से 0.11 फीसद यानी 10 से 11 संदेश घृणा से भरे पाए गए। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में निवेश के कारण कंपनी इस तरह के संदेशों को हटाने में ज्यादा सक्षम हुई है। यूजर्स की शिकायत से पहले ही इन्हें हटा दिया गया।'
तीसरी तिमाही के दौरान फेसबुक ने दो करोड़ 21 लाख नफरत वाले संदेशों पर कार्रवाई की। फेसबुक ने बताया कि इंस्टाग्राम पर भी घृणा फैलाने वाले पोस्ट पर कार्रवाई की गई। फेसबुक ने यह दलील भी दी कि उसके प्लेटफार्म पर पोस्ट होने वाली सामग्री की समीक्षा के काम में कोरोना महामारी के चलते अड़चन आ रही है। दुनिया में रोजाना एक अरब 82 लाख लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं। फेसबुक ने 1.92 करोड़ हिंसक सामग्री वाले पोस्ट पर भी कार्रवाई की है।